प्रगति के पथ पर बढ़ता भारत

 प्रगति के पथ पर बढ़ता भारत

भूमिका – परिवर्तन प्रकृति का नियम है। इस परिवर्तन से हमारा देश भी अछूता नहीं है। इसी परिवर्तन के कारण भारत प्रगति के पथ पर सतत् बढ़ता जा रहा है। भारत ने जब आजादी प्राप्त की थीउस समय के स्वतंत्र भारत और आज के स्वतंत्र भारत की स्थिति में बहुत बदलाव आया है। भारत की यह उन्नति लगभग हर क्षेत्र में देखी जा सकती है।

शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति – भारत ने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत प्रगति की है। यह प्रगति हम स्वतंत्रता के तुरंत बाद की साक्षरता दर और आज की साक्षरता दर में अंतर को देखकर जान सकते हैं। उच्च शिक्षा में प्रगति के लिए सरकार ने प्राथमिकमाध्यमिकउच्चतर माध्यमिक  उच्च शिक्षा हेतु नए विद्यालय तथा विश्वविद्यालय खोले। उसने इन विद्यालयों में योग्य शिक्षकों की नियुक्ति की। उसने अनेक तकनीकी शिक्षण संस्थान खोले। इसके लिए छात्रवृत्ति एवं अन्य सुविधाएँ देकर छात्रों को विद्यालय की ओर लाने का प्रयास किया।

चिकित्सा क्षेत्र में प्रगति – भारत ने चिकित्सा की दुनिया में अभूतपूर्व प्रगति की है। इसे मृत्युदर में आई कमी के आँकड़े देखकर जाना जा सकता है। इसके लिए सरकार ने आधुनिक सुविधाओं वाले अनेक अस्पताल खोले जहाँ आधुनिक मशीनें और आपरेशन की व्यवस्था की। इन अस्पतालों में योग्य डाक्टरों की नियुक्ति की। सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्त्रियों और बच्चों के इलाज हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रसामुदायिक केंद्रों की स्थापना के अलावा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की है। दिल्ली सरकार ने इससे भी दो कदम आगे बढ़कर मोहल्ला क्लिनिकों की स्थापना करके अनूठा कार्य किया है।

रेलवे क्षेत्र में प्रगति – अंग्रेजों ने 1853 में मुंबई से थाणे के बीच जिस रेल सेवा की शुरुआत की थी आज वह बहुत ही उन्नत अवस्था में पहुंच चुकी है। आज देश में पचास हज़ार किलोमीटर से भी ज्यादा लंबी पटरियाँ बिछाई जा चुकी हैं। व्यस्त मार्गों पर इनके दोहरीकरण का काम किया जा रहा है। हज़ारों नए रेलवे स्टेशन बनाए जा चुके हैं। आज इन रेलों से प्रतिदिन लाखों यात्री यात्रा कर रहे हैं। रेल यात्रा को सुखद और मंगलमय बनाने का अनवरत प्रयास किया जा रहा है। अब तो देश के कई शहरों में मेट्रो रेल सेवा का विस्तार हो चुका है। देश में बुलेट ट्रेन चलाए जाने की योजना है।

अंतरिक्ष कार्यक्रम में प्रगति – आजादी से पहले देश में अंतरिक्ष कार्यक्रमों की कल्पना करना भी अविश्वसनीय था। आज लगभग तीन दशक के समय में ही भारत ने इस क्षेत्र में अविश्वसनीय प्रगति की है। अब तक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने एक दर्जन से अधिक आधुनिक उपग्रहों का निर्माण किया है। इसकी शुरुआत 1975 में प्रसिद्ध भारतीय खगोल वैज्ञानिक आर्यभट्ट के नाम वाले उपग्रह से हुई। ये उपग्रह मौसम की जानकारीसंचारप्राकृतिक संसाधनों के नक्शे तैयार करने के उद्देश्य से छोड़े गए थे। आज दूरसंचार और टेलीविजन के कार्यक्रमों का प्रसारण इनसेट के माध्यम से किया जा रहा है। मंगल ग्रह की कक्षा में 24 सितंबर 2014 को भेजा गया मंगलयान विशेष उल्लेखनीय है।

फ़िल्म क्षेत्र में प्रगति – भारत में स्वतंत्रता के पूर्व से ही फ़िल्में बनाई जा रही है पर स्वतंत्रता के बाद भारत ने इस क्षेत्र में खूब तरक्की की है। यह प्रतिवर्ष सैकड़ों फ़िल्में बनती है जो भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय हैं। उपसंहार-भारत ने प्रगति की जिन ऊँचाइयों को छुआउससे भारत विश्व में एक नई शक्ति के रूप में उभरा है। विदशों में भारत का मान-सम्मान बढ़ा हैजिससे हम भारतीयों को गर्वानुभूति होती है। भारत इसी तरह प्रगति के पथ पर बढ़ता रहेहम यही कामना करते हैं।

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